tag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post541252544203653522..comments2023-12-08T18:20:20.488+05:30Comments on MY EXPERIMENTS WITH LOVE AND LIFE: ढ़पोरशंख: द म्युज़िकल!!!सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼http://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-58735713913939633032012-07-21T20:48:38.479+05:302012-07-21T20:48:38.479+05:30Bhai waah! Mujhe nahi lagta isse behtareen kavita ...Bhai waah! Mujhe nahi lagta isse behtareen kavita maine is warsh padhi hai! NAman aapko! Likhte rahiye!बेईमान शायरhttps://www.blogger.com/profile/14983189752575300196noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-15748042817921934922012-06-20T15:30:37.734+05:302012-06-20T15:30:37.734+05:30बड़े दिनों बाद इस शंख से कोई आवाज़ आई है ।बड़े दिनों बाद इस शंख से कोई आवाज़ आई है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-17256068388244881572012-06-20T15:30:27.555+05:302012-06-20T15:30:27.555+05:30बड़े दिनों बाद इस शंख से कोई आवाज़ आई है ।बड़े दिनों बाद इस शंख से कोई आवाज़ आई है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-81184882817481675042012-06-20T15:30:22.332+05:302012-06-20T15:30:22.332+05:30बड़े दिनों बाद इस शंख से कोई आवाज़ आई है ।बड़े दिनों बाद इस शंख से कोई आवाज़ आई है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-50728922328121655232012-06-20T08:38:48.614+05:302012-06-20T08:38:48.614+05:30हमें तो लगता था कि आप केवल गद्यमय हैं, आप तो संगीत...हमें तो लगता था कि आप केवल गद्यमय हैं, आप तो संगीतमय निकले। बहुत बहुत बधाई हो इस उपलब्धि के लिये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-72300947862579814942012-06-19T23:42:51.499+05:302012-06-19T23:42:51.499+05:30बेस्ट फ्रेंड से अब कुछ आगे बढ़िए .... बढ़िया पोस्ट...बेस्ट फ्रेंड से अब कुछ आगे बढ़िए .... बढ़िया पोस्ट ....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-15267965941696902172012-05-27T17:59:52.301+05:302012-05-27T17:59:52.301+05:30अब टिप्पणी क्या लिखें जी!!!!
"उनको खुद का पत...अब टिप्पणी क्या लिखें जी!!!!<br />"उनको खुद का पता नहीं होता<br />जिनके घर आईना नहीं होता "<br />आप भी न, दिन पे दिन!!!<br />और लड़कियों को सहेली कहेंगे तो<br />'बेस्ट फ्रेंड' ही हो कर रह जायेंगे बस, इस बार तो हिम्मत करके देखिये<br />घोडी पर बैठने का भी अपना लुत्फ़ है!!!<br />(वैसे लिखते झक्कास हो!!!)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-78916602783299407892012-05-27T17:58:33.804+05:302012-05-27T17:58:33.804+05:30अब टिप्पणी क्या लिखें जी!!!!
"उनको खुद का पत...अब टिप्पणी क्या लिखें जी!!!!<br />"उनको खुद का पता नहीं होता<br />जिनके घर आईना नहीं होता "<br />आप भी न, दिन पे दिन!!!<br />और लड़कियों को सहेली कहेंगे तो<br />'बेस्ट फ्रेंड' ही हो कर रह जायेंगे बस, इस बार तो हिम्मत करके देखिये<br />घोडी पर बैठने का भी अपना लुत्फ़ है!!!<br />(वैसे लिखते झक्कास हो!!!)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-24459171465129447042012-05-23T14:29:29.037+05:302012-05-23T14:29:29.037+05:30वाह ढपोरशंखी जी ... इतनी सारी रागें गा लीं ... चलो...वाह ढपोरशंखी जी ... इतनी सारी रागें गा लीं ... चलो जैसे भी गईं कम से कम नाम तो पता है ... मध्यमा प्रथान क्या अप जल्दी ही द्वितीय भी कर लेंगे ... हमारी शुभकामनाएं साथ हैं ... <br /><br />एड़ियाँ उचका के मैं,<br />क्यूँ न छू लूँ आसमां?<br />नाकाम भी रहा अगर,<br />कुछ कद मेरा बढ़ जाएगा! ...<br /><br />और बकोल आपके खाली कद ही नहीं ... आप आसमां भी छू लेंगे ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-6900604779806903972012-05-21T09:34:36.969+05:302012-05-21T09:34:36.969+05:30jay ho!!jay ho!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-72018728995151722322012-05-21T08:28:04.950+05:302012-05-21T08:28:04.950+05:30ashish bhaai ghodi chadhne ka waqt aa gaya hai sha...ashish bhaai ghodi chadhne ka waqt aa gaya hai shaayad aapka...bulaana na bhoolna...!!सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-7596316227967722312012-05-20T23:41:03.551+05:302012-05-20T23:41:03.551+05:30बहुत अच्छा अन्दाज़.......बधाई...बहुत अच्छा अन्दाज़.......बधाई...प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-64752955152805705672012-05-20T10:52:43.406+05:302012-05-20T10:52:43.406+05:30ताल पे ताल चढ़ा,
राग पे राग चढ़ा|
चढ़ाई जारी रहे|...ताल पे ताल चढ़ा,<br />राग पे राग चढ़ा|<br /><br />चढ़ाई जारी रहे|संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-22618194933795373162012-05-20T10:05:07.007+05:302012-05-20T10:05:07.007+05:30आपके सूफ़ी होने पर मुझे पूरा भरोसा है वरना अब तक क...आपके सूफ़ी होने पर मुझे पूरा भरोसा है वरना अब तक कोई परिणाम आ गया होता :))Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-11124191060884094212012-05-20T09:16:05.293+05:302012-05-20T09:16:05.293+05:30बाऊ जी,
नमस्ते!
१. बच के निकल गया साफ़, एज़ युज़ुयल...बाऊ जी,<br />नमस्ते!<br />१. बच के निकल गया साफ़, एज़ युज़ुयल!!!<br />२. यू आर स्पोट ऑन! यमन में शुद्ध मध्यम भी प्रयुक्त होता है. आपने बताया, स्वाद आया.<br />३. सूफी हूँ या नहीं, पता नहीं! पर दारु के लिए ख़ालिस मुसलमान हूँ और मुर्गों के लिए शुद्ध जैनी!<br />जय हो ढ़पोरशंख!<br />आशीषसूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-82914043974414405632012-05-20T08:59:44.530+05:302012-05-20T08:59:44.530+05:30ढपोर ही सही शंख तो बजा!ढपोर ही सही शंख तो बजा!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251142791646535860.post-87931813564299236732012-05-20T08:47:02.892+05:302012-05-20T08:47:02.892+05:30सुरीला ढपोरशंख विवादी स्वरों से घिर गया. अच्छा लगा...सुरीला ढपोरशंख विवादी स्वरों से घिर गया. अच्छा लगा. परिणाम क्या निकला यह नहीं बताया गया. यमन कल्याण का तीव्र मध्यम हट गया था तो फिक्र न करना. यह विवाद का विषय है. कहते हैं कि कल्यण में 'म' भी लगता है. गाने में कष्ट हो रहा हो तो इसे माँ के रूप में भी गाया जा सकता है जब तक उसकी बहु न आ जाए.<br />बहुत से पंजाबी गायक सुफ़ियाना कलाम गाते हैं लेकिन शाम होते-होते वे सूफ़ी नहीं रह जाते. बोतलें खुल जाती हैं और मुर्गे उनकी थाली में नंगा नाच करने लगते हैं. काहे के सूफ़ी जी !!!Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.com